किया है प्यार तो फिर भावनाएं प्यारी रख
भले फरेब मिले मन को संस्कारी रख
डगर सुहानी लगेगी भले अकेले हो
सफर में साथ मधुर यादों की पिटारी रख
कसेगा वक़्त सदा प्यार को कसौटी पर
खरा उतरने की सब कोशिशों को जारी रख
दिये ख़ुशी के जला रोक आँख के आँसू
छिपा के यार तबस्सुम में बेकरारी रख
खड़े हैं लोग यहाँ हाथ में लिए कालिख
कहीं लगे न कोई दाग होशियारी रख
अँधेरी रात में भी रास्ता दिखाएंगे
ह्रदय में राधा रखो ध्यान में मुरारी रख
करेंगे शेर असर 'भारद्वाज' हर दिल पर
ग़ज़ल में शब्द सरल अर्थ मगर भारी रख
चंद्रभान भारद्वाज
भले फरेब मिले मन को संस्कारी रख
डगर सुहानी लगेगी भले अकेले हो
सफर में साथ मधुर यादों की पिटारी रख
कसेगा वक़्त सदा प्यार को कसौटी पर
खरा उतरने की सब कोशिशों को जारी रख
दिये ख़ुशी के जला रोक आँख के आँसू
छिपा के यार तबस्सुम में बेकरारी रख
खड़े हैं लोग यहाँ हाथ में लिए कालिख
कहीं लगे न कोई दाग होशियारी रख
अँधेरी रात में भी रास्ता दिखाएंगे
ह्रदय में राधा रखो ध्यान में मुरारी रख
करेंगे शेर असर 'भारद्वाज' हर दिल पर
ग़ज़ल में शब्द सरल अर्थ मगर भारी रख
चंद्रभान भारद्वाज
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