दामन बचा बचा के
कर दी खड़ी कँटीली बागड़ उगा उगा के
अब राह अपनी चलना दामन बचा बचा के
जो नोट दिख रहे थे कल तक नए चलन में
रक्खे तिजौरियों में अब सब छुपा छुपा के
घेरे हुई थी थाना जो न्याय माँगने को
उस भीड़ को पुलिस ने मारा भगा भगा के
जो सिर्फ चापलूसी के दम पे जी रहे थे
रोगी हुए कमर के उसको झुका झुका के
मंचों पे बैठ के तो उपवास करते रहते
खाते हैं पर गुलगुले नजरें बचा बचा के
ऐलान कर रहे हैं फिर से धमाल करने
पत्ता बनारसी अब मुँह में चबा चबा के
मंचों के सामने जो ये भीड़ दिख रही है
एकत्र की गई है बंदर नचा नचा के
सींवन कहीं उधड़ती या चैन टूटती है
भरते हैं बैग में जब चीजें दबा दबा के
बचता है वक्त अपना बचती है शक्ति अपनी
जब 'भारद्वाज ' रखते हैं घर जमा जमा के
चंद्रभान भारद्वाज
कर दी खड़ी कँटीली बागड़ उगा उगा के
अब राह अपनी चलना दामन बचा बचा के
जो नोट दिख रहे थे कल तक नए चलन में
रक्खे तिजौरियों में अब सब छुपा छुपा के
घेरे हुई थी थाना जो न्याय माँगने को
उस भीड़ को पुलिस ने मारा भगा भगा के
जो सिर्फ चापलूसी के दम पे जी रहे थे
रोगी हुए कमर के उसको झुका झुका के
मंचों पे बैठ के तो उपवास करते रहते
खाते हैं पर गुलगुले नजरें बचा बचा के
ऐलान कर रहे हैं फिर से धमाल करने
पत्ता बनारसी अब मुँह में चबा चबा के
मंचों के सामने जो ये भीड़ दिख रही है
एकत्र की गई है बंदर नचा नचा के
सींवन कहीं उधड़ती या चैन टूटती है
भरते हैं बैग में जब चीजें दबा दबा के
बचता है वक्त अपना बचती है शक्ति अपनी
जब 'भारद्वाज ' रखते हैं घर जमा जमा के
चंद्रभान भारद्वाज
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