बहुत होता है
मान का पान बहुत होता है
थोड़ा सम्मान बहुत होता है
भेंट का मोल न आँका जाता
मुट्ठी भर धान बहुत होता है
मिलता सम्मान किसी को जब भी
गर्व का भान बहुत होता है
याद रखते हैं जन्म दिन सबका
इतना संज्ञान बहुत होता है
वक़्त पर मान किया जाता जब
उसका गुणगान बहुत होता है
सब का सम्मान किया करता जो
मन का धनवान बहुत होता है
आपकी दृष्टि कृपावंत रहे
इतना ही ध्यान बहुत होता है
करता सत्कर्म यहाँ जब कोई
उसमें व्यवधान बहुत होता है
ज़िंदगी मिलती 'भरद्वाज' तनिक
साजो-सामान बहुत होता है
चंद्रभान भारद्वाज