Tuesday, September 25, 2018


             उस राह से गुजरना 

जिस पर चला न कोई उस राह से गुजरना 

आदर के साथ जीना साहस के साथ मरना 


ऊँचाइयों पे चढ़ना आसान ज़िंदगी में 

लेकिन बहुत कठिन है गहराई में उतरना 


क्या आसमान देंगे तेरी उड़ान को वे 

जिनका है काम उड़ते पंछी के पर कतरना 


वे लोग क्या करेंगे तुरपन फटे हुए की 

जिनकी रही है आदत दामन सदा कुतरना 


मतलब नहीं विजय का हर दाँव जीत जाना 

है अर्थ हर विजय का गिर गिर के फिर सँवरना 


जो बाँध कर गले में पत्थर स्वयं ही डूबा 

मुश्किल है उसका बच कर फिर से कहीं उबरना 


जो 'भारद्वाज' लिक्खा है प्यार के रँगों से 

निश्चित कहीं क्षितिज पर उस नाम का उभरना 


चंद्रभान भारद्वाज 







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