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मंजिल तलाशना
राहें तलाशना नई मंजिल तलाशना
दुख दर्द संग बाँट ले वह दिल तलाशना
इंसान शून्य कर दिया है आज वक्त ने
फिर दशगुना बने कोई हासिल तलाशना
चेहरे को सिर्फ देख कर संभव नहीं रहा
आदिल तलाशना कोई काबिल तलाशना
हर डाल पर जमी है कौओं की बिरादरी
है काँव काँव में कठिन कोकिल तलाशना
कोई सबूत ही नहीं छोड़ा है खून का
मुश्किल हुआ कटार या कातिल तलाशना
अब तक तो हर खुशी पे ही जैसे ग्रहण लगा
जीवन के शेष पल सभी झिलमिल तलाशना
जब भी अचानक ठंड के मौसम का हो असर
सेहत सुधारने को गुड़ और तिल तलाशना
तूफान ने बड़े किये हम पाल पोस कर
आदत हमारी है नहीं साहिल तलाशना
ग़ज़लों की सिर्फ बात भारद्वाज हो जहाँ
कोई किताब या कोई महफिल तलाशना
चंद्रभान भारद्वाज
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